Supreme Court जाने के फैसले पर नाना पटोले और विजय वडेट्टीवार ने दिया साथ, बोले-जनता को नहीं है ईवीएम पर भरोसा
ईवीएम को लेकर विपक्ष के सुप्रीम कोर्ट जाने पर नागपुर से भी हामी उठी है। कांग्रेस के नेता नाना पटोले और विजय वडेट्टीवार ने विपक्ष का साथ दिया है। दोनों नेताओं ने ईवीएम के प्रति जनता का अविश्वास होने की बात कही है।
Nagpur: ईवीएम को लेकर विपक्ष ने बड़ी चिंता जताई है। हाल के चुनावों में ईवीएम की पारदर्शिता और चुनावी गड़बड़ी के आरोपों पर बढ़ती आशंकाओं के बीच विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। विपक्षी दलों ने बार-बार चुनाव आयोग से मतदान प्रक्रिया में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
इस बात को लेकर नागपुर में भी सनसनी उठी है। ईवीएम के मुद्दे को लेकर नागपुर में कांग्रेस नेता नाना पटोले और विजय वडेट्टीवार ने चिंता जताई है और कहा है कि हमे ईवीएम पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। साथ ही अब वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच की मांग करते है।
सुप्रीम कोर्ट जाने पर कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार
ईवीएम को लेकर विपक्ष के सुप्रीम कोर्ट जाने पर कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा, “ईवीएम पर भरोसा नहीं है, भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इस पर अविश्वास का सवाल है और दुनिया ने इसे नकार दिया है, तो हम इसे क्यों नहीं नकार सकते? हम इस मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं और हमें पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर जरूर विचार करेगा।”
नाना पटोले ने ईवीएम पर दिखाया अविश्वास
इनके अलावा महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी ईवीएम पर अपना अविश्वास व्यक्त किया। नाना पटोले ने कहा, “लोगों को ईवीएम पर भरोसा नहीं है और चुनाव आयोग इसमें दखल नहीं दे रहा है, इसलिए हम इस आवाज को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएंगे।”
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर चिंता दोहराई है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में विपक्ष की याचिका के जवाब में कहा है कि मतदाता मतदान और ईवीएम के बीच विसंगतियों पर सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने न्यायिक हस्तक्षेप के माध्यम से इस मुद्दे पर स्पष्टता की मांग की है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने चुनाव आयोग की बताई जिम्मेदारी
चतुर्वेदी ने इस तरह की चिंताओं को दूर करने में भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) की जिम्मेदारी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, “भारत के चुनाव आयोग की भी कुछ जिम्मेदारी है, खासकर जब भारत के पूर्व चुनाव आयोग ने भी कहा है कि मतदाता मतदान बढ़ता है और संख्याओं में गड़बड़ी देखी जाती है, इस पर जांच होनी चाहिए।”