Shinde Demanded Home Department From BJP: डिप्टी-सीएम पद के लिए तो मान गए एकनाथ शिंदे, लेकिन अब मंत्रालय बंटवारे पर फंसा पेच, BJP से मांगा गृह विभाग
शिवसेना नेता गोगावले ने कहा कि जब शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री थे, तब उनके पास गृह विभाग भी था। साहेब (एकनाथ शिंदे) ने गृह विभाग की मांग की है और बातचीत जारी है।
Maharashtra: महाराष्ट्र में सरकार गठन के बाद अब मंत्रालयों के बंटवारे पर मंथन जारी है। सबसे अधिक खींचतान गृह विभाग को लेकर है जिस पर एकनाथ शिंदे ने अपना दावा ठोका है। मुख्यमंत्री पद जाने के बाद शिंदे सबसे अहम विभाग गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं। सीएम देवेंद्र फडणवीस के लिए विभागों का बंटवारा एक बड़ी चुनौती साबित होगी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भाजपा से महत्वपूर्ण गृह विभाग की मांग की है और पोर्टफोलियो आवंटन पर बातचीत चल रही है। शिवसेना विधायक भरत गोगावले ने यह जानकारी दी।
फडणवीस के पास था गृह विभाग
शिवसेना प्रमुख शिंदे के सहयोगी गोगावले ने कहा कि राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले 11 से 16 दिसंबर के बीच कैबिनेट विस्तार होने की संभावना है। राज्य की दूसरी राजधानी नागपुर में 16 दिसंबर से विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। गोगावले ने कहा, जब शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री थे, तब उनके पास गृह विभाग भी था। साहेब (शिंदे) ने गृह विभाग की मांग की है और बातचीत जारी है।
पोर्टफोलियो आवंटन पर बातचीत जारी
यह पूछे जाने पर कि यह मांग किससे की गई थी, गोगावले ने कहा कि शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से। रायगढ़ जिले के महाड से विधायक गोगावले ने कहा कि पिछली महायुति सरकार में शिवसेना के पास मौजूद विभागों को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। गोगावले ने उम्मीद जताई कि पोर्टफोलियो आवंटन पर बातचीत अगले दो दिनों में खत्म हो जाएगी।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में एक भव्य समारोह में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि शिंदे और अजीत पवार (एनसीपी) ने डिप्टी-सीएम के रूप में शपथ ली। समारोह में इन शीर्ष तीन महायुति राजनेताओं को छोड़कर किसी अन्य नेता को पद की शपथ नहीं दिलाई गई। भाजपा, शिवसेना और एनीपी महायुति गठबंधन के घटक हैं, जिन्होंने पिछले महीने के चुनावों में 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीटें जीती थीं।