Sharad Pawar Reply On Ajit Pawar Statement: ‘हां! मैं अमित शाह और उद्योगपति गौतम अडानी से मिला…’, जानिए शरद पवार ने अजित पवार के बयान पर और क्या कहा
शरद पवार ने गौतम अडाणी के घर जाने पर कहा कि वह कई अन्य उद्योगपतियों के आवास पर भी गए हैं और अभी भी जाते हैं, मगर महाराष्ट्र में निवेश से संबंधित बातचीत के लिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में निवेश करने के इच्छुक उद्योगपतियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना जरूरी है।
Pune: मराठा नेता शरद पवार ने अजित पवार के उस बयान का खंडन किया है, जिसमें यह दावा किया गया था कि 2019 में गौतम अडानी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीनियर पवार की मीटिंग हुई थी। शरद पवार ने कहा कि चुनाव के बाद वह कई केंद्रीय मंत्रियों और उद्योगपतियों से मिले थे, मगर सरकार बनाने की चर्चा नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि इन मुलाकातों के दौरान अजित पवार उनके साथ थे, लेकिन तब महाराष्ट्र और कृषि से जुड़े मुद्दों पर बातचीत हुई थी। इस बीच अजित पवार ने अपने बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गौतम अडाणी का इस राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी ऐसी किसी मीटिंग से अनभिज्ञता जताई है।
पहले शरद पवार ने दिया था चारा फेंकने का बयान
2019 के विधानसभा चुनाव के बाद देवेंद्र फड़णवीस 5 दिनों के लिए दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। उनकी सरकार में अजित पवार भी डिप्टी सीएम थे। अजित दो दिनों के भीतर ही सरकार से बाहर चले गए। तब एक सप्ताह तक चली राजनीतिक नौटंकी के बाद महा विकास अघाड़ी के नेता के तौर पर उद्धव ठाकरे ने शपथ ली थी। इसके बाद बहुमत नहीं होने के बाद भी देवेंद्र फड़णवीस के शपथ ग्रहण पर सवाल खड़े हुए थे। तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भी काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद देवेंद्र फड़णवीस ने सफाई दी कि शरद पवार से बातचीत के बाद ही उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। फिर एक इंटरव्यू में शरद पवार ने चुटकी ली थी कि उन्होंने बीजेपी के सामने चारा फेंका था, जिसमें देवेंद्र फड़णवीस फंस गए थे।
अजित पवार भी अपने बयान से पलटे
महाराष्ट्र चुनाव के दौरान दूसरी बार अजित पवार ने बयान देकर खलबली मचा दी। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव के बाद अमित शाह, शरद पवार और गौतम अडाणी की मौजूदगी में एनसीपी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी। इसके बाद ही महाराष्ट्र में बीजेपी एनसीपी ने सरकार बनाई। हालांकि बवाल के बाद अजित पवार पलट गए । बीड में मीडिया से बात करते हुए अजित ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। गौतम अडानी का इस घटना से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। लोग तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। इस बयान में उन्होंने गौतम अडाणी को बचा लिया मगर बीजेपी नेताओं से हुई बातचीत को खारिज नहीं किया।
‘निवेश के लिए उद्योगपतियों से अच्छे संबंध जरूरी’
बाद में एक मराठी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शरद पवार ने अजित पवार के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कुछ हुआ होता, तो आप बीजेपी-एनसीपी सरकार बनते देख सकते थे। उन्होंने कहा कि अजीत पवार के बयान में कोई सच्चाई नहीं है, इसलिए इस पर सवाल उठाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की, लेकिन यह महाराष्ट्र और कृषि क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए थी। शरद पवार ने कहा कि वह एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गन्ना से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने शाह के आवास पर भी गए थे। अडाणी के घर जाने पर उन्होंने कहा कि वह रतन टाटा, किर्लोस्कर और अन्य उद्योगपतियों के आवास पर भी गए हैं और अभी भी जाते हैं, मगर महाराष्ट्र में निवेश से संबंधित बातचीत के लिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में निवेश करने के इच्छुक उद्योगपतियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना जरूरी है।