Rohit Pawar touched Ajit Pawar feet Video: ‘तुम बच गए, मैंने प्रचार किया होता तो तुम्हारा क्या होता…’ भतीजे रोहित पवार ने पैर छुए तो बोले चाचा अजित पवार
रोहित पवार, राकांपा (एसपी) प्रमुख के साथ राज्य के पहले मुख्यमंत्री वाई. बी. चव्हाण की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए उनके स्मारक पर गए थे। बाद में अजित पवार भी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने चव्हाण की समाधि पर गए। इस दौरान दोनों का आमना-सामना हुआ।
Mumbai: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार और उनके भतीजे व शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार का आमना-सामना हुआ। रोहित पवार ने अपने चाचा अजित पवार के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। इस दौरान दोनों के बीच मजाकिया अंदाज में बातें भी हुईं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मुलाकात के दौरान अजित पवार ने अपने भतीजे से कहा, अगर उन्होंने रोहित पवार के विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया होता तो उनके लिए सीट जीतना मुश्किल हो जाता।
बता दें, हाल में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार ने भाजपा के राम शिंदे को 1,243 मतों के मामूली अंतर से हराकर अहिल्यानगर जिले में कर्जत जामखेड सीट बरकरार रखी। अपने भतीजे को बधाई देने के बाद अजित पवार ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘आओ, मेरा आशीर्वाद लो। तुम मुश्किल से बच गए। अगर मैंने उनकी विधानसभा सीट कर्जत जामखेड में)रैली की होती, तो सोचो क्या होता। इसके बाद रोहित पवार ने उनके पैर छुए।
पूर्व सीएम चव्हाण के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हुआ आमना-सामना
बता दें, सोमवार को रोहित पवार, राकांपा (एसपी) प्रमुख के साथ राज्य के पहले मुख्यमंत्री वाई. बी. चव्हाण की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए उनके स्मारक पर गए थे। बाद में उपमुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजित पवार भी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने चव्हाण की समाधि पर गए। वहां रोहित पवार का अजित पवार से आमना-सामना हुआ।
‘पितातुल्य हैं अजित पवार’
इस मुलाकात के बाद रोहित पवार ने कहा, राजनीतिक मतभेदों के बावजूद अजित पवार उनके लिए पितातुल्य हैं। उन्होंने कहा, 2019 के चुनाव में उन्होंने मेरी बहुत मदद की और चूंकि वह मेरे चाचा हैं, इसलिए उनके पैर छूना मेरा फर्ज है। यह भूमि चव्हाण साहब की है और उनके द्वारा दी गई परंपरा एवं मूल्यों का पालन करने की जरूरत है तथा हम वही कर रहे हैं। अजित पवार के स्नेह भरे परिहास के बारे में पूछे जाने पर रोहित पवार ने कहा कि यह सच है कि अगर उनके चाचा ने कर्जत जामखेड में रैली की होती तो चीजें अलग होतीं। उन्होंने कहा, लेकिन वह बारामती में व्यस्त थे और उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में आने का समय नहीं मिल सका। रोहित पवार ने कहा कि वह हाल के चुनावों में उपमुख्यमंत्री के प्रदर्शन के लिए उन्हें बधाई देते हैं।