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Nagpur News: नए साल के पहले दिन डबल मर्डर से दहला नागपुर, बेटे ने की माता-पिता की हत्या, क्या थी वजह?

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नए साल के दिन नागपुर में बच्चे ने माता-पिता की हत्या की, पुलिस को गुमराह किया लेकिन पूछताछ में जुर्म कबूल। घटना कपिलनगर पुलिस क्षेत्र की।

Nagpur: महाराष्ट्र की शीतकालीन राजधानी नागपुर के कपिलनगर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में नए साल के पहले दिन दोहरे हत्याकांड का मामला सामने आया है। यहां एक बच्चे ने अपने ही माता-पिता की हत्या कर दी है। घटना के बाद उसने पुलिस और परिजनों को गुमराह करने की भी कोशिश की। उसने यह भी दिखावा करने की कोशिश की कि उसके पिता की हत्या नहीं हुई बल्कि उन्होंने आत्महत्या की है। लेकिन पुलिस की पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली। नए साल के पहले दिन यह घटना सामने आने के बाद से हड़कंप मच गया है।

कहां की है घटना?
रिश्तों को तार-तार करने वाली यह शर्मनाक घटना नागपुर के कपिल नगर पुलिस स्टेशन के तहत खासला इलाके में हुई है। माता-पिता का नाम लीलाधर ढकोले और अरुणा ढकोले था और आरोपी बच्चे का नाम उत्कर्ष ढकोले है। लीलाधर खापरखेड़े में महाजेनको में एक तकनीशियन के रूप में काम करते थे जबकि अरुणा विनोबा भावे नगर के एक प्राइवेट स्कूल में प्राइमरी टीचर थीं। आरोपी उत्कर्ष 6 साल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। लेकिन लगातार फेल हो रहा था। माता-पिता उसे पढ़ाई छोड़कर खेती करने का ताना दे रहे थे। लेकिन उत्कर्ष इंजीनियरिंग पूरी करने के अपने फैसले पर दृढ़ थे।

ड्रग्स का लती है आरोपी
सूत्रों के मुताबिक, उत्कर्ष को एमडी ड्रग्स की लत है। इस लत के कारण वह पढ़ाई नहीं कर सका। ये भी पता चला है कि उत्कर्ष भावुक स्वभाव का है। वह अपने माता-पिता के लगातार तानों से परेशान था और गुस्से में आकर उसने अपने माता-पिता को मारने का फैसला किया। 26 दिसंबर की सुबह उत्कर्ष अपनी छोटी बहन सेजल को कॉलेज छोड़ने गया था। सेजल वर्धा रोड स्थित एक कॉलेज में बीएएमएस की पढ़ाई करती है।

पहले मां का गला घोंटा फिर बाप को मार डाला
उत्कर्ष बहन को कॉलेज छोड़ने के बाद अपने घर पहुंचा, जहां उसने करीब 1 बजे सबसे पहले अपनी मां अरुणा का गला घोंटा। इसके बाद आरोपी उत्कर्ष अपने पिता के घर आने का इंतजार करने लगा। शाम को जब पिता ड्यूटी से घर पहुंचे तो उसने तुरंत तेजधार चाकू से वार कर पिता की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने घर में ताला लगा दिया और अपने पिता की कार और मोबाइल फोन कोराडी में रहने वाले अपने चाचा के पास ले गया। वहां से उसने अपनी बहन को फोन किया और उसे झूठी सूचना दी कि उसके माता-पिता कुछ दिनों के लिए ध्यान के लिए बेंगलुरु गए हैं और उन्हें वहां अपना मोबाइल फोन बंद करना होगा।

राज छिपाने का किया नाटक
हत्या का राज न खुले इसलिए वह अपने चाचा के यहां रहते हुए अपनी बहन को पिता की कार में कॉलेज छोड़ने लगा। हालांकि, दिखावा करने के लिए उत्कर्ष मंगलवार रात उनके घर आया और जोर-जोर से दरवाजा खटखटाने का नाटक किया। इसके बाद वह वापस अपने चाचा के पास चला गया। उसने अपने पिता के मोबाइल फोन पर एक ‘सुसाइड नोट’ टाइप किया ताकि इस घटना का खुलासा हो सके। उसने इसका स्क्रीन शॉट ले लिया और उस फोटो को अपने पिता के मोबाइल में स्किन सेवर के तौर पर रख लिया। उन्होंने नोट में लिखा, हमारी आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है, बच्चों को परेशान न करें, हमारे शवों का पोस्टमॉर्टम भी न करें, हमें सीधे श्मशान ले जाएं। ‘दोनों के शव से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।

पुलिस पूछताछ में कबूला जुर्म
जांच के दौरान पुलिस को हत्या की जानकारी मिली। इसलिए जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और गहनता से पूछताछ की तो उसने अपने माता-पिता की हत्या करने की बात कबूल कर ली। उसने स्वीकार किया कि उसने अपनी मां की गला दबाकर और पिता पर चाकू से हमला करके हत्या कर दी। उसने पुलिस को बताया कि वह इतना गुस्से में था कि उसे ठीक से याद नहीं कि उसने अपने पिता पर कितने चाकू से वार किए थे। पुलिस ने उत्कर्ष को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है।

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