Milind Deora: बालासाहेब ठाकरे के निधन पर कांग्रेस नेताओं ने ठुकराया था राष्ट्रीय शोक का प्रस्ताव! मिलिंद देवरा का सनसनीखेज खुलासा
Maharashtra Assembly Election: बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि रविवार को मनाई गई। इस दिन शिंदे सेना के उम्मीदवार और राज्यसभा सदस्य मिलिंद देवरा ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस वह पार्टी है जिसने बालासाहेब ठाकरे के राष्ट्रीय शोक घोषित करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
Mumbai: बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि रविवार को मनाई गई। इस दिन शिंदे सेना के उम्मीदवार और राज्यसभा सदस्य मिलिंद देवरा ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस वह पार्टी है जिसने बालासाहेब ठाकरे के राष्ट्रीय शोक घोषित करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। देवरा का यह बयान राजनीति गलियारे में चर्चा का केंद्र बना गया है।
राहुल गांधी ने एक्स पर दी श्रद्धांजलि
दरअसल हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को चुनौती दी कि राहुल गांधी बालासाहेब ठाकरे की प्रशंसा करके तो दिखाए। इसके बाद ही राहुल गांधी ने रविवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। राहुल गांधी के इस कदम का शिंदे गुट के सांसद मिलिंद देवरा ने स्वागत किया है।
राहुल के पोस्ट का क्या लिखा जवाब?
उन्होंने जवाब पोस्ट में लिखा कि 12 साल पहले तत्कालीन केंद्रीय मंत्री होने और मुंबई का होने की वजह से मैंने बालासाहेब ठाकरे के निधन पर राष्ट्रीय शोक घोषित करने का प्रस्ताव तत्कालीन यूपीए सरकार के समक्ष रखा था, जिसका तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने समर्थन भी किया था। परंतु यूपीए के कुछ घटक दलों ने और कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रीय शोक प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। इसकी वजह से उस वक्त बालासाहेब का उचित राष्ट्रीय सम्मान नहीं दिया गया था।
मिलिंद ने ट्वीट में क्या लिखा?
मिलिंद देवरा के इस सनसनीखेज खुलासे का ट्वीट भी किया है। इस बारे में राज्यसभा सदस्य मिलिंद देवरा की प्रतिक्रिया के लिए एनबीटी ने संपर्क किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। बालासाहेब का निधन पर मिलिंद देवारा ने महाराष्ट्र और मुंबई के लोगों की भावनाओं से यूपीए सरकार को अवगत कराया था। बालासाहेब के निधन पर डॉ. मनमोहन सिंह ने उद्धव ठाकरे को फोन कर संवेदना भी व्यक्त की थी। मिलिंद देवरा ने तत्कालीन यूपीए सरकार को बालासाहेब ठाकरे के निधन पर एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित करने का प्रस्ताव दिया था। ताकि बालासाहेब ठाकरे की स्मृति और महाराष्ट्र की जनता की भावना का आदर हो सके। परंतु दिल्ली के कुछ कांग्रेस नेताओं ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, इस प्रकार की शंका उन्होंने व्यक्त की है।
बालासाहेब ठाकरे से मिलने पर प्रणब से नाराज थीं सोनिया
दरअसल बालासाहेब ठाकरे के निधन से पहले जुलाई 2012 को राष्ट्रपति पद का चुनाव हुआ था। उस वक्त यूपीए के अधिकृत उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी ने मातोश्री जाकर बालासाहेब ठाकरे से मुलाकात की थी। परंतु यह मुलाकात तत्कालीन अध्यक्ष को पसंद नहीं आई थी। इस बात का खुलासा खुद प्रणब मुखर्जी ने अपनी एक पुस्तक में किया हुआ है। इस बात को भी सांसद मिलिंद देवरा ने अब उजागर किया है।