Maharashtra Elections: विरासत की लड़ाई, ‘वोट जिहाद’ के मुकाबले ‘वोट धर्मयुद्ध’, देवेंद्र फडणवीस के बयान से राजनीति गरमाई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी पूरी तरह खुलकर हिंदुत्व का कार्ड खेल रही है। चुनाव में अब ‘वोट जिहाद’ के जवाब में वोट धर्मयुद्ध का नारा आया है। यह नारा देने वाला कोई और नहीं, बल्कि देवेंद्र फडणवीस हैं। उन्होंने चुनाव से पहले लोकसभा चुनाव के वोटिंग पैटर्न को दिखाते हुए वोट जिहाद की बात कही थी, जिसे बीजेपी नेताओं ने मुद्दा बनाया था।
Mumbai: महाराष्ट्र चुनाव में ‘वोट जिहाद’ के बाद ‘वोट धर्मयुद्ध’ का नया चुनावी खेल शुरू हुआ है। बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने छत्रपति संभाजी नगर की एक जनसभा में हिंदुओं से वोट जिहाद के जवाब में धर्मयुद्ध के लिए वोटिंग की अपील की। पॉलिटिकल एक्सपर्ट मानते हैं कि महा विकास अघाड़ी के खिलाफ चुनाव में फड़णवीस ने यह टिप्पणी असरदार साबित हो सकती है। डिप्टी सीएम फडणवीस ने चुनाव में मुस्लिम वोटरों के वोटिंग पैटर्न को मुद्दा बना रखा है। एक सभा में ‘वह जागो तो एक बार हिंदू जागो तो’ गीत भी गाते नजर आए थे, जिसका वीडियो काफी वायरल हुआ था।
हिंदू विरासत बचाने की अपील
महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी ने हिंदुत्व को धार देने की राजनीति पर फोकस किया है। योगी आदित्यनाथ ने ‘बंटोगे तो कटोगे’ और पीएम मोदी के ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ के नारे के बाद देंवेद्र फडणवीस ने धर्मयुद्ध के लिए वोट का नारा दिया है। छत्रपति संभाजीनगर की एक सभा में फडणवीस ने यूबीटी-एनसीपी और कांग्रेस पर मु्स्लिम वोटरों का फायदा उठाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने वोटरों से हिंदू नेताओं की विरासत को बनाए रखने और उनके राजनीतिक प्रभुत्व की रक्षा करने की अपील की।
चुनाव भाषणों में धुले का जिक्र
देवेंद्र फडणवीस अपने भाषण में लोकसभा चुनाव के दौरान धुले के नतीजों का जिक्र वोट जिहाद के तौर पर किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को धुले की पांच विधानसभाओं में 1 लाख 90 हजार की बढ़त मिली थी, मगर मालेगांव सेंट्रल के 1.94 लाख वोटरों ने खेल को पलट दिया और बीजेपी सिर्फ चार हजार वोटों से हार गई। फडणवीस ने दावा किया महायुति सरकार ने महाराष्ट्र की विरासत की रक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि महायुति के फैसले के कारण कोई अब छत्रपति संभाजी नगर का नाम औरंगाबाद दोबारा नहीं रख पाएगा।
वोट जिहाद का जवाब है वोट धर्मयुद्ध
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनौती दी थी कि वह शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे और वीर सावरकर खुली तारीफ करे। इसके बाद से बीजेपी नेताओं ने इस लाइन को लपक लिया। छत्रपति संभाजी नगर में फडणवीस ने कहा कि कुछ राजनेता बाला साहेब ठाकरे को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने में झिझकते हैं और इसके बजाय उन्हें ‘जनाब बाल ठाकरे’ कहते हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव हमारी एकता को प्रदर्शित करने के लिए है। जब वे वोट जिहाद करते हैं, तो हमें धर्म के कानून को स्थापित करने के लिए वोट धर्मयुद्ध के साथ जवाब देना चाहिए।