Maharashtra Election: महाराष्ट्र में चुनाव से पहले ही एक सीट हार गई कांग्रेस, मैदान छोड़ भागी प्रत्याशी
कोल्हापुर उत्तर सीट से पहले राजेश लाटकर को टिकट मिला था। जब लाटकर का विरोध हुआ तो कांग्रेस ने इस सीट पर अपने पूर्व उम्मीदवार पूर्व पार्षद राजेश लाटकर को बदल दिया और मधुरिमा को नामांकित किय।
Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोटिंग से पहले ही कांग्रेस एक सीट हार गई है। वोटिंग से पहले की कांग्रेस के उम्मीदवार ने मैदान छोड़ दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया समाप्त होने से ठीक पहले कोल्हापुर उत्तर सीट पर कांग्रेस को झटका देते हुए इसकी उम्मीदवार मधुरिमा राजे छत्रपति ने अपना नाम वापस ले लिया। उनके नाम वापस लेने से कांग्रेस पश्चिमी महाराष्ट्र के अपने गढ़ों में से एक में प्रतिनिधित्व के बिना रह गई।
पहले मिला था किसी और को टिकट
कांग्रेस ने कोल्हापुर उत्तर सीट से पहले राजेश लाटकर को टिकट दिया था। जब लाटकर का विरोध हुआ तो कांग्रेस ने इस सीट पर अपने पूर्व उम्मीदवार पूर्व पार्षद राजेश लाटकर को बदल दिया और मधुरिमा को नामांकित किय। मधुरिमा राजे छत्रपति कोल्हापुर सीट से लोकसभा सदस्य और शाही परिवार के सदस्य शाहू छत्रपति की बहू हैं।
अब राजेश लाटकर को समर्थन करेगी कांग्रेस!
राजेश लाटकर ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना चुनाव पत्र दाखिल किया था और कांग्रेस पार्टी के नेता उनसे अपना नामांकन वापस लेने का आग्रह कर रहे थे। सोमवार को एमएलसी सतेज पाटिल शहर में लाटकर को मनाने के लिए उनके घर गए, लेकिन वे अपने घर पर नहीं मिले और उनका फोन भी नहीं मिल रहा था। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता लाटकर की तलाश कर रहे थे, लेकिन वे नहीं मिले। इस बीच, नामांकन वापस लेने के लिए मात्र 5 से 10 मिनट बचे थे, कोल्हापुर के राजपरिवार के सदस्य, सांसद शाहू छत्रपति, पूर्व विधायक मालोजीराजे छत्रपति और उनकी पत्नी मधुरिमा राजे छत्रपति जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कोल्हापुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन वापस ले लिया।
अब राजेश लाटकर को समर्थन करेगी कांग्रेस!अब राजेश लाटकर को समर्थन करेगी कांग्रेस!
सूत्रों ने कहा कि लाटकर को नजरअंदाज किए जाने के कारण नकारात्मक प्रचार की वजह से वह शायद इस दौड़ से अलग हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लाटकर का समर्थन कर सकती है, जो निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सांसद शाहू छत्रपति ने कहा, “मजबूरी में मधुरिमा राजे ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। राजेश लाटकर पार्टी के अच्छे कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। पार्टी के एक कार्यकर्ता को मजबूरन बगावत करनी पड़ी, इसलिए हमने चुनाव न लड़ने का फैसला किया। जब भी कोई पीछे हटता है, तो वह भविष्य की तैयारी के लिए होता है।”