Maharashtra: 15 लाख का वादा किया लेकिन घटाकर 1500 रुपये….,आदित्य ठाकरे ने लाड़की बहिन योजना पर भाजपा को घेरा
यूबीटी शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने लाड़की बहिन योजना को लेकर भाजपा पर निशान साधा है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा फिर से सत्ता में आई तो 1500 रुपये की राशि घटकर 150 रुपये हो जाएगी क्योंकि उनके पास पैसे नहीं होंगे।
Maharashtra: महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब 10 एकदिन का समय शेष रह गया है। जिसके लिए राजनीतिक पार्टियों की आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है। इसी बीच यूबीटी शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने लाड़की बहिन योजना को लेकर भाजपा का घेराव किया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि भाजपा ने 2014 में लोगों से 15 लाख रुपये देने का वादा किया था लेकिन अब वह लड़कियों बहन योजना के तहत महज 1,500 रुपये दे रही है। बता दें कि महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना होनी है।
राशि घटकर 150 रुपये हो जाएगी- आदित्य
आदित्य ठाकरे यूबीटी शिवसेना के उम्मीदवार उदयसिंह राजपूत और दिनेश पारदेशी के लिए कन्नड और वैजापुर विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार कर रहे थे। जिस दौरान उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर भाजपा फिर से सत्ता में आई तो यह राशि घटकर 150 रुपये हो जाएगी क्योंकि उनके पास पैसे नहीं होंगे। जबकि हम हर महिला को 3,000 रुपये देंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने इस साल लड़कियां बहन योजना शुरू की है, जिसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है।
300 के चेक प उठाया सवाल
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में 300 रुपये के चेक दिए थे। जिसको लेकर आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्या यह राशि इतनी बड़ी है कि वे इससे कोई कंपनी खरीदने जा रहे हैं? इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए थे, जहां उन्होंने लाभार्थियों से पूछा था कि क्या उन्हें सरकारी योजनाओं के तहत पैसे मिले।
आदित्य ने लगाया आरोप
इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार ने शक्ति कानून’ पारित किया था। जिसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया था लेकिन वह अब भी लंबित है। यह इसलिए है क्योंकि भाजपा में कुछ लोग ऐसे हैं जिन पर महिलाओं के खिलाफ दमन के आरोप हैं।