Maharashtra: महाराष्ट्र की नई सरकार में मुंबई को पहला झटका, बंद हुई मुफ्त खून जांच की सुविधा
मुंबई में ‘आपली चिकित्सा’ सेवा बाधित, बीएमसी पर 8 करोड़ बकाया के कारण कृष्णा डायग्नोस्टिक ने 400+ केंद्रों पर जांच रोकी; 27.52 करोड़ के परीक्षण पहले ही पूरे।
Mumbai: सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा ‘आपली चिकित्सा’ एक बार फिर बंद हो गई है। बीएमसी के क्लीनिक और अस्पतालों में जांच सुविधा बंद होने से मुंबई वालों को झटका लगा है, क्योंकि यह सुविधा आपला दवाखाना में नि:शुल्क और उपनगरीय अस्पतालों में किफायती दर में दी जाती है। 15 दिन के भीतर यह दूसरी बार हुआ है कि जब आपली चिकित्सा पर ब्रेक लगा है।
3 दिसंबर को भी इस सेवा को अस्थाई रूप से रोक दिया गया था खबर प्रकाशित करने के बाद बीएमसी ने कृष्णा डायग्नोस्टिक से सेवा जारी रखने की गुजारिश की थी। कृष्णा डायग्नोस्टिक ने 15 तारीख तक सेवा जारी रखी, लेकिन सोमवार से सेवा देने से मना कर दिया।
नवंबर में ही खत्म हुआ बॉन्ड
कृष्णा डायग्नोस्टिक की सीईओ पल्लवी जैन ने बताया कि यह बात सही है कि हमने बीएमसी के सभी केंद्रों में दी जा रही जांच सुविधा को रोकने का निर्णय लिया है। दरअसल हमें 27.52 करोड़ रुपये मूल्य के परीक्षण करने थे, जिन्हें हमने नवंबर, 2024 में पूरा कर लिया था। हमने जुलाई में ही बीएमसी के संबंधित अधिकारियों को इसके बारे में लगातार सूचित किया था, तब उन्होंने हमें सेवा जारी रखने के लिए रिक्वेस्ट की थी।
हमने अंतिम तिथि 15 दिसंबर तक बढ़ा दी, ताकि मरीजों को असुविधा न हो। वर्तमान में बीएमसी पर हमारी बकाया राशि 8 करोड़ रुपये है। इस मामले में एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर बिपिन शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने डेप्युटी म्युनिसिपल कमिश्नर संजय कुरहड़े से संपर्क करने के लिए कहा। डीएमसी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया खबर लिखे जाने तक नहीं मिली।
योजना के तहत 137 प्रकार के टेस्ट
आपली चिकित्सा योजना के तहत 137 प्रकार के बेसिक और एडवांस पैथोलॉजी टेस्ट की जाते हैं। कृष्णा डायग्नोस्टिक द्वारा बीएमसी के डिस्पेंसरी, मैटरनिटी होम, उपनगरीय अस्पताल, विशेष अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों ऐसे कुल 400 से अधिक केंद्रों पर आपली चिकित्सा सेवा प्रदान की जाती है। उनके पास रोज औसतन 4000 मरीजों के सैंपल्स जांच के लिए आते हैं। जिसमें वे 35000 से 40000 विभिन्न प्रकार के टेस्ट करते हैं। एक मरीज को कई टेस्ट लिखे जाते हैं।