Maharashtra: अजित पवार ने चाचा शरद पवार पर साथी की टिप्पणी की निंदा की; पवार बोले- महाराष्ट्र में बदलाव के लिए एमवीए विकल्प
अजित पवार ने सदाभाऊ खोठ को फोन करके भी अपनी नाराजगी जाहिर की। अजित पवार ने कहा कि ‘मैंने उन्हें बताया कि शरद पवार साहब के बारे में दिए गए आपका बयान किसी को भी सही नहीं लगा है।’
Maharashtra: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ सदाभाऊ खोठ के बयान की आलोचना की है। अजित पवार ने चेतावनी दी है कि इस तरह के बयान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। गौरतलब है कि सदाभाऊ खोठ महायुति की सहयोगी पार्टी रायत क्रांति संगठन के नेता हैं। बयान पर विवाद बढ़ने पर सदाभाऊ खोट ने भी एक वीडियो जारी कर अपने बयान पर माफी मांगी है और कहा है कि अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वे अपना बयान वापस लेते हैं।
अजित पवार बोले- ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं करेंगे
दरअसल बुधवार को सांगली जिले में एक रैली के दौरान सदाभाऊ खोठ ने शरद पवार की सेहत को लेकर बयान दिया था। जिस रैली में खोठ ने यह बयान दिया, उसमें डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। खोठ के इस बयान के सामने आते ही एनसीपी के दोनों गुटों ने इसकी आलोचना शुरू कर दी। खोठ के बयान पर आपत्ति जताते हुए अजित पवार ने कहा कि जो भी उन्होंने (खोठ) ने कहा है कि वह बेहद निंदनीय है और इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अजित पवार ने बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’।
अजित पवार ने सदाभाऊ खोठ को फोन करके भी अपनी नाराजगी जाहिर की। अजित पवार ने कहा कि ‘मैंने उन्हें बताया कि पवार साहब के बारे में दिए गए आपका बयान किसी को भी सही नहीं लगा है। मैंने उन्हें बताया कि किसी पर भी निजी टिप्पणी करना सही नहीं है। साथ ही मैंने कहा कि आगे से शरद पवार या किसी भी नेता के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। फिर चाहे वो नेता किसी भी पार्टी का क्यों न हो।’ अजित पवार ने कहा कि विचारों में मतभेद हो सकता है, लेकिन अपनी बात रखते हुए एक संतुलन हमेशा रखना चाहिए।
लोग बदलाव चाहते हैं- शरद पवार
एनसीपी एसपी नेता शरद पवार ने अपने एक बयान में कहा है कि महाराष्ट्र के लोग बदलाव चाहते हैं और विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी उनके लिए विकल्प बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। शरद पवार ने कहा कि ‘हमें लोगों को यह विश्वास दिलाने की जरूरत है कि वो जो बदलाव चाहते हैं, वो हम लाएंगे। मैं और मेरे सारे सहयोगी राज्य के लोगों के पास जा रहे हैं और उन्हें समझा रहे हैं।’
गुरुवार को नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने देश में जाति जनगणना की कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग का भी समर्थन किया। राहुल गांधी ने बुधवार को नागपुर की अपनी यात्रा के दौरान कहा कि जाति आधारित जनगणना होगी और उनकी पार्टी आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा की दीवार भी तोड़ देगी।
इस बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ‘मैं अपनी पार्टी का रुख बताना चाहूंगा, हम पिछले तीन वर्षों से जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। जाति जनगणना होनी चाहिए, क्योंकि इससे देश के सामने वास्तविक तथ्य सामने आएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि जाति जनगणना से आरक्षण की सीमा बढ़ाने के फैसले में मदद मिलेगी। जनगणना पूरी होने के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी। इसके अलावा, अगर राहुल गांधी जो कह रहे हैं, वह होता है तो आरक्षण प्रतिशत भी बढ़ाना होगा।’