ISRO Proba 3 Mission Launch Today: ISRO आज लॉन्च करेगा प्रोबा-3, तकनीकी खराबी के कारण टालनी पड़ी थी उड़ान
प्रोबा-3 अंतरिक्षयान में तकनीकी खराबी के कारण पीएसएलवी-सी59 का प्रक्षेपण बुधवार को टाल दिया था। इसके बाद इसरो (ISRO) ने इस प्रक्षेपण को आज के लिए रीशेड्यूल किया था। आज शाम 4:12 बजे मिशन को फिर से लॉन्च किया जाएगा।
New Delhi: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज एक और कीर्तिमान रचने जा रहा है। इसरो आज शाम 4 बजे प्रोबा-3 को लॉन्च करेगा। यह अपनी तरह का पहला मिशन है, जिसमें एकसाथ दो अंतरिक्ष यान उड़ान भरेंगे। इसरो अधिकारियों के मुताबिक, शाम 4 बजकर 12 मिनट पर पीएसएलवी-सी59 से यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के प्रोबा-3 को लॉन्च किया जाएगा।
बता दें, प्रोबा-3 अंतरिक्षयान में तकनीकी खराबी के कारण पीएसएलवी-सी59 का प्रक्षेपण बुधवार को टाल दिया था। एक बयान में कहा गया था कि प्रोबा-3 अंतरिक्ष यान की अतिरिक्त प्रणोदन प्रणाली में विसंगति हुई, जिसके कारण लॉन्चिंग से चंद मिनट पहले इसे रोक दिया गया था। इसरो ने अब इस प्रक्षेपण को 5 दिसंबर (गुरुवार) के लिए रीशेड्यूल किया था।
एक साथ दो अंतरिक्षयान भरेंगे उड़ान
अपनी तरह की दुनिया की पहली पहल के तहत प्रोबा-3 में दो उपग्रह शामिल हैं, जिसमें दो अंतरिक्षयान एक साथ उड़ान भरेंगे और सूर्य के बाहरी वायुमंडल का अध्ययन करेंगे। इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) से यह ऑर्डर मिला है। इसरो के एक अधिकारी के अनुसार, ईएसए के वैज्ञानिकों ने प्रक्षेपण से पहले पीएसएलवी-सी59 मिशन के एक उपग्रह में विसंगति की पहचान की, जिसके बाद उन्होंने इसे पांच दिसंबर के लिए पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध किया।
सूरज के कोरोना की करेंगा स्टडी
जानकारी के मुताबिक, इसरो व यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के मिशन प्रोबा-3 के दोनों सैटेलाइट सूरज के कोरोना की स्टडी करेंगे। यह दोनों सैटेलाइट एक लाइन में 150 मीटर की दूरी पर धरती के चक्कर लगाते हुए सूर्य का अध्ययन करेंगे। इसके अलावा यह सोलर हवाओं और कोरोनल मास इजेक्शन की भी स्टडी करेगा। इस अध्ययन से वैज्ञानिक अंतरिक्ष में मौसमी बदलाव व सौर हवाओं के बारे में जानेंगे, जिससे सूरज के डयनेमिक्स का धरती पर असर के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।