नई दिल्ली

Delhi News: संसद धक्का-मुक्की कांड की जांच करेगी क्राइम ब्रांच, सात सदस्यों की SIT टीम का हुआ गठन

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संसद में हुई धक्का-मुक्की कांड की जांच का जिम्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम को सौंप दिया गया है। इसके लिए सात सदस्यों की SIT टीम का गठन किया गया है।

New Delhi: संसद में गुरुवार को हुए हंगामे और धक्का मुक्की कांड के बाद बीजेपी और कांग्रेस की शिकायतों की जांच पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। अब इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच की चाणक्यपुरी स्थित ISC यूनिट द्वारा की जाएगी। बीजेपी की शिकायत पर लोकसभा नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। बता दें कि संसद में हुए धक्का मुक्की कांड में बीजेपी के दो सांसदों को चोट लग गई है और उनका दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में इलाज चल रहा है।

आईएससी यूनिट के पास गया संसद धक्का मुक्की कांड
पॉलिटिकल हाई प्रोफाइल मामले हमेशा दिल्ली पुलिस की ISC क्राइम ब्रांच यूनिट को ही जांच के लिए ट्रांसफर किये जाते हैं। उसी प्रकार से इस बार भी संसद में हुए हंगामे और धक्का मुक्की कांड की जांच पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन द्वारा क्राइम ब्रांच की चाणक्यपुरी आईएससी यूनिट को सौंपी गई है।

सात सदस्यों की टीम का होगा गठन
संसद धक्का मुक्की कांड की जांच करने के लिए क्राइम ब्रांच के सात सदस्यों की टीम का गठन किया जाएगा। क्राइम ब्रांच की इस SIT की टीम में 2 एसीपी, 2 इंस्पेक्टर और 3 सब इंस्पेक्टर होंगे शामिल जो सीधे डीसीपी को रिपोर्ट करेंगे। इस मामले की जांच में 2 एसीपी को SIT में इसलिए शामिल किया गया है कि क्योंकि मामला पॉलिटिकली हाई प्रोफाइल है। बता दें कि क्राइम ब्रांच को राहुल गांधी से जुड़े मामले की एफआईआर, इन्वेस्टिगेशन कॉपी अभी तक हैंडओवर नहीं की गई है। जल्द ही इस प्रोसेस को पूरा किया जाएगा और जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

सीसीटीवी फुटेज की होगी जांच
सूत्रों की मानें तो इस घटना को लेकर पार्लियामेंट एडमिनिस्ट्रेशन को सीसीटीवी फुटेज के लिए लेटर लिखा जाएगा. क्योंकि इस घटना से जुड़ी जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज बहुत महत्वपूर्ण है। बता दें कि बीजेपी ने अपनी शिकायत में सीधे राहुल गांधी पर आरोप लगाया है, जो एक विपक्ष नेता हैं। ऐसे में प्रोटोकॉल को देखते हुए, सीसीटीवी फुटेज, मौके पर मौजूद मोबाइल फुटेज , MLC रिपोर्ट काफी अहम माने जाते हैं। लेकिन इस सबसे पहले क्राइम ब्रांच द्वारा मौके पर मौजूद चश्मदीदों और घायल सांसदों के बयान दर्ज किए जाएंगे और इसके बाद क्राइम ब्रांच की SIT राहुल गांधी को जांच के लिए नोटिस भेज सकती है।

क्या है पूरा मामला
यह पूरा विवाद संसद में अमित शाह के भाषण के दौरान खड़ा हुआ था। जब कांग्रेस द्वारा बार-बार बाबासाहेब अंबेडकर का नाम लिए जाने पर टिप्पणी की गई। इस बात पर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर अंबेडकर का नाम राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उसके बाद से कांग्रेस ने गृह मंत्री पर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया और संसद में हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान हुई धक्का मुक्की में बीजेपी के सांसद प्रताप सारंगी (बालासोर) और सांसद मुकेश राजपूत (फर्रुखाबाद) घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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