Bomb Threat: विदेशी अकाउंट, फर्जी के नाम… इंडियन एयरलाइंस की विमानों को बम से उड़ाने की धमकी के पीछे विदेशी साजिश, US-ब्रिटन और ऑस्ट्रिया से जुड़े तार
इंडियन एयरलाइंस को विदेशों से बम की धमकी मिल रही है। इसका खुलासा अभी तक की जांच में हुआ है। सुरक्षा एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि कहीं इसके पीछे कोई आतंकी संगठन तो नहीं है। सूत्रों के अनुसार, इन धमकियों के लिए जिम्मेदार अपराधी अत्यधिक सुरक्षित वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग कर रहे हैं, जिससे अकाउंट का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
India: इंडियन एयरलाइंस को लगातार मिल रही बम की धमकी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक 70 से ज्यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। भारतीय विदेश मंत्रालय भी इस पर गंभीर है। लेकिन इससे विमान कंपनियां और पैसेंजर दोनों के लिए नई समस्या खड़ी हो गई। धमकी भरे कॉल के बाद यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही एयरलाइन कंपनियों को भी आर्थिक झटका लगता है। इस बीच विमानों में बम होने की फर्जी धमकी देने वाले आरोपी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा भारतीय विमानों को निशाना बनाकर एक्स और हॉटमेल के जरिये भेजे गए कई फर्जी संदेशों की जांच कर रही है। अधिकारियों ने कुछ इंटरनेट मीडिया हैंडल और ईमेल की जानकारी हासिल करने के लिए एक्स और हॉटमेल से संपर्क किया है। सुरक्षा ऐजेंसियों का मानना है कि लगातार आ रही इन बम कॉल के पीछे विदेश में बैठे भारत विरोधी आतंकी संगठन हो सकते हैं। विमानों को धमकी के तार ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रिया से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं।
कई फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से भी मिल रही धमकी
सूत्रों के अनुसार, इन धमकियों के लिए जिम्मेदार अपराधी अत्यधिक सुरक्षित वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग कर रहे हैं, जिससे अकाउंट का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। विशेषज्ञों का दावा है कि आरोपित को इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म, सुरक्षा एजेंसियों और वीपीएन प्रदाताओं जैसे अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के सहयोग से ही गिरफ्तार किया जा सकता है। हालांकि, 14 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर दी गई धमकी के बाद एक नाबालिग को पकड़ा गया था, जो दोस्त को फंसाने के लिए फर्जी अकाउंट बनाकर उसने धमकी दी थी। लेकिन जानकारों के मुताबिक दो तरह से बम की धमकी आ रही है। पहला सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए, दूसरा एयरलाइंस कंपनियों को सीधे मेल भेज कर दी जा रही है। सुरक्षा ऐजेंसियों का मानना है कि विदेशी VPN अकाउंट का इस्तेमाल करके फर्जी नाम और पते से ये धमकी दी जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने सोशल मीडिया के जरिये विमानों को उम से उड़ाने की धमकियां देने वाले आईपी एड्रेस का पता लगाया है, जिसमें यह आईपी एड्रेस जर्मनी और लंदन और अमेरिका, ऑस्ट्रिया के बताए जा रहे हैं।