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Bengaluru Murder Case: 10 दिनों तक फ्रिज में सड़ती रही लाश के 32 टुकड़े, बिलबिलाए कीड़े, रोंगटे खड़े कर देगा बेंगलुरु का यह मर्डर

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Bengaluru: दिल्ली में 2022 को हुए श्रद्धा वॉकर हत्याकांड ने हर किसी को दहलाकर रख दिया था। पूरे देश में हलचल मच गई थी। आफताब नाम के उसके लिव इन पार्टनर ने श्रद्धा के टुकड़े कर फ्रिज में रखा था। इसी तरह की अब एक और घटना सामने आई है। मामला बेंगलुरु का है, यहां एक युवती के 32 टुकड़े फ्रीज में मिले हैं। यह टुकड़े बुरी तरह सड़ चुके थे। युवती हत्या करके 10 दिन पहले ही उसके टुकड़े करके फ्रिज में रख दिए गए थे लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी।
घटना शनिवार को दोपहर करीब 3.30 बजे सामने आई, जब महिला महालक्ष्मी दास की मां और बड़ी बहन को घर के मालिक ने बुलाया। इलाके में बदबू फैलने के बाद उन्होंने महालक्ष्मी के परिवार को कॉल की थी।

पुलिस ने बताया कि महालक्ष्मी एक मॉल में काम करती थी। उसने व्यालिकावल में पाइपलाइन रोड पर एक इमारत की पहली मंजिल पर फ्लैट किराए पर ले रखा था। वह यहां एक बेडरूम वाले फ्लैट में अकेली ही रहती थी। बिल्डिंग मालिक जयराम उसी इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं।

मकान मालिक ने परिवार को किया फोन

पुलिस ने बताया कि महिला का परिवार मूल रूप से नेपाल का पहने वाला है। दो दशक पहले वे बेंगलुरु के नेलमंगला में आकर बस गए थे। उन्होंने बताया कि शनिवार को एक पड़ोसी ने जयराम को उसकी बिल्डिंग से आ रही दुर्गंध के बारे में बताया। जयराम ने इसके बाद महालक्ष्मी की मां और बड़ी बहन को फोन किया, जो अगली सड़क पर रहती थीं और उन्हें महालक्ष्मी के बारे में पता लगाने को कहा।

महालक्ष्मी की मां और बहन जब वहां पहुंचे तो उन्होंने सामने का दरवाजा बाहर से बंद पाया। जब दरवाजा खोला गया तो फर्श पर कीड़े रेंगते नजर आ रहे थे। कमरे से भीषण बदबू आ रही थी। फ्रिज में कुछ सड़ने का आभास होने पर उन्होंने फ्रिज खोला और सड़ी हुई लाश को देखकर दोनों बेहोश हो गए।

बिल्डिंग मालिक ने पुलिस को सूचना दी

बदबू की वजह से मकान मालिक भी चक्कर खा गए। वह वहां से भागकर तुरंत बाहर आए और पुलिस को कॉल की। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश के टुकड़ों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बदबू का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि हर कोई नाक में मास्क या रुमाल बांधे नजर आया।

पड़ोसियों ने बताया कि महालक्ष्मी पांच महीने से वहां रह रही थी। शुरुआती दिनों में उसका बड़ा भाई भी उसके साथ रहता था। महालक्ष्मी अपने पति से अलग हो गई थी। महालक्ष्मी का पति नेलमंगला में अपने बच्चे के साथ रहता है।

12 सितंबर को हुई हत्या?

पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या हत्यारों में एक या उससे ज़्यादा लोग शामिल थे? पश्चिमी डिवीजन के एसीपी सतीश कुमार ने कहा कि महिला की हत्या 12 सितंबर को या उसके बाद हुई है। उसका मोबाइल 12 सितंबर के बाद से बंद था। वे कॉल रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा, कि यह आश्चर्यजनक है कि उसके परिवार के किसी भी सदस्य ने इतने लंबे समय तक उससे संपर्क करने की कोशिश नहीं की।

क्या बोले पड़ोसी

एक पड़ोसी ने कहा कि महालक्ष्मी ने कभी उनसे बातचीत नहीं की। वह सुबह 9.30 बजे मॉल में अपनी नौकरी के लिए जाती थी और रात 10.30 बजे तक वापस आती थी। कुछ अन्य पड़ोसियों ने बताया कि एक व्यक्ति सुबह महालक्ष्मी को लेने आता था और रात को वापस घर छोड़ता था। कोरमंगला निवासी उनके चचेरे भाई सुनील ने बताया कि वह उससे कभी ज़्यादा बातचीत नहीं करती थी।

महालक्ष्मी की पिक-ड्रॉप करने वाले की तलाश

पुलिस को संदेह है कि हत्यारा महालक्ष्मी के जानने वाला ही था। घर का कोई भी सामान चोरी नहीं हुआ है, न ही इधर-उधर है। इसका मतलब साफ है कि न तो कोई फोर्स से घर के अंदर दाखिल हुआ और न ही महालक्ष्मी को मारने से पहले कोई संघर्ष हुआ। पुलिस उस लड़के की तलाश कर रही है, जिसके साथ महालक्ष्मी आती-जाती थी। कुछ लोगों का कहना है कि उस पिक एंड ड्रॉप वाले लड़के ने महालक्ष्मी को प्रपोज किया था। दोनों के बीच अफेयर था, जिसके चलते ही महालक्ष्मी के परिवार ने उसे छोड़ दिया था।

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