Ajit Pawar: मुझे वोट दिया, इसका मतलब यह नहीं कि मेरे बॉस हो.. बारामती में वोटर्स पर भड़के अजित पवार
डिप्टी CM अजित पवार बारामती में समर्थकों की चिट्ठियों पर नाराज, बोले- वोट देकर बॉस नहीं बनते। पत्नी सुनेत्रा पवार की हार का भी किया जिक्र
Pune: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार रविवार को बारामती में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान वह अपना आपा खो बैठे। उनके समर्थकों ने उन्हें विभिन्न मुद्दों पर पत्र भेजे। इस पर अजित पवार ने कहा, ‘आपने मुझे वोट दिया, इसका मतलब यह नहीं है कि आप मेरे बॉस बन गए हैं। क्या आपने मुझे अब खेतिहर मजदूर बना दिया है?’
अजित पवार का बचाव करते हुए कैबिनेट मंत्री संजय शिरसाट ने सफाई दी। उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी, जब निर्वाचित प्रतिनिधि काम कर रहे होते हैं, तो कुछ मतदाता कुछ मुद्दों पर जोर देते रहते हैं। निर्वाचित प्रतिनिधि की टिप्पणियों को प्रमुखता दी जाती है, जबकि मतदाताओं के व्यवहार के बारे में कहीं बात नहीं की जाती है।’
पत्नी सुनेत्रा पवार की हार का जिक्र
अजित पवार ने रविवार को पूरा दिन बारामती में आयोजित कार्यक्रमों में बिताया। उनमें से एक कार्यक्रम में उन्होंने तहसील में रियल एस्टेट बाजार के विस्तार की संभावनाओं के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार के लोकसभा चुनाव हारने के बाद बाजार में गिरावट आई थी। हालांकि, बारामती विधानसभा सीट जीतने के बाद यह फिर से बढ़ गया।
अजित पवार ने कहा, ‘बारामती का रियल एस्टेट बाजार बढ़ रहा है, लेकिन मुंबई और पुणे के बड़े डिवेलपर्स अभी तक इसमें प्रवेश नहीं कर पाए हैं। जब बारामती के लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी, तो इससे रियल एस्टेट को मदद मिलेगी और फिर हम देखेंगे कि बड़े खिलाड़ी तहसील में अपनी परियोजनाएं स्थापित करेंगे।’
अजित पवार ने की अपनी जीत की बात
उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि बारामती में पवार बनाम पवार की लड़ाई ने रियल एस्टेट कारोबार को प्रभावित किया। सुनेत्रा की हार का जिक्र करते हुए अजित पवार ने कहा, ‘लोकसभा के नतीजों के बाद, रियल एस्टेट डीलिंग से जुड़े कुछ लोग हैरान थे कि आखिर हुआ क्या था। मुझे लगता है कि मुझे (विधानसभा चुनाव में) एक लाख से अधिक वोटों की बढ़त मिली क्योंकि लोग यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि मैं सरकार का हिस्सा बनूं। हमारी सरकार बनने के बाद, बारामती के रियल एस्टेट बाजार में फिर से उछाल आया।’ उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपने भतीजे युगेंद्र को हराया।
एमआईडीसी अधिकारियों को वॉर्निंग
अजित पवार ने एमआईडीसी अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे बारामती में किसी भी जमीन का दर्जा उनकी जानकारी के बिना आवासीय से वाणिज्यिक में न बदलें। पवार ने कहा, ‘हमने कुछ भूखंडों को वाणिज्यिक बनाया है, ताकि उद्योग स्थापित हो सकें और तहसील के लोगों को यहां रोजगार मिल सके। हालांकि, एमआईडीसी के अधिकारी भूखंडों की स्थिति बदलने में जल्दबाजी नहीं कर सकते। मेरी जानकारी के बिना एक भी भूखंड की स्थिति आवासीय से वाणिज्यिक में नहीं बदली जाएगी।’