मुंबई

Ajit Pawar: बीजेपी ने अजित पवार को किया ब्लैकमेल, इसकी जांच होनी चाहिए, कांग्रेस नेता जयराम रमेश के गंभीर आरोप

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कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी (BJP) ने NCP नेता अजित पवार को अपने गठबंधन में शामिल करने के लिए ब्लैकमेल किया। पार्टी के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने जांच की मांग उठाई। जवाब में अजित पवार ने कहा कि मुझ पर 2010 में आरोप लगाए गए थे। मैं सभी जांचों से गुजर चुका हूं।

Mumbai: महाराष्ट्र चुनाव में विभिन्न धड़ों के बीच खूब खींचातानी चल रही है। शनिवार को कांग्रेस ने एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को लेकर बीजेपी को घेरा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अजित पवार को अपने गठबंधन में शामिल करने के लिए ब्लैकमेल किया। कांग्रेस की ओर से यह दावा पार्टी के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने किया। इतना ही नहीं, उन्होंने मांग की कि अजित पवार के एनडीए में शामिल होने के मामले की जांच होनी चाहिए। हालांकि रमेश के इन आरोपों को शनिवार की शाम अजित पवार ने जवाब दिया।

बीजेपी ने जबरदस्ती भी की
जयराम रमेश ने दावा किया कि अजित पवार को अपने धड़े में लाने के लिए बीजेपी ने न सिर्फ ब्लैकमेल किया, बल्कि जबरदस्ती भी की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बीजेपी की वॉशिंग मशीन वैसे तो देशभर में अपने काम पर लगी हुई है, लेकिन महाराष्ट्र में कुछ ज़्यादा ही ताकतवर रही है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अब इस बात की पुष्टि की है कि बीजेपी ने उन्हें एनडीए में लाने के लिए ब्लैकमेल और जोर-जबरदस्ती का सहारा लिया।

बीजेपी ने अजित पवार पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप

रमेश का कहना था कि 2014 से पहले विपक्ष में रहते हुए बीजेपी की ओर से तत्कालीन सिंचाई और जल संसाधन मंत्री अजित पवार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और आरोपों में 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का दावा किया गया। रमेश का कहना था कि यह दावा खुद पीएम मोदी की ओर से किया गया था, उन्होंने यह आरोप लगाने की अगुआई की थी और एनसीपी जो अब राज्य और केंद्र में उनकी बहुत प्रिय सहयोगी है, को स्वाभाविक रूप से भ्रष्ट पार्टी करार दिया था।

कांग्रेस नेता का बड़ा दावा

रमेश का कहना था कि अजित पवार ने अब खुलासा किया है कि सीएम बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें कथित सिंचाई घोटाले में उनके खिलाफ खुली जांच की सिफारिश वाली फाइल दिखाई थी। रमेश कहते हैं कि इसके बाद कोई केवल उस खतरे की कल्पना कर सकता है, जो इस कदम में निहित था- हमारे सामने समर्पण कर दो या कार्रवाई का सामना करो। जयराम रमेश ने दावा किया कि यह एक गंभीर मामला है, क्योंकि इसमें न केवल जबरदस्ती और ब्लैकमेल का इस्तेमाल शामिल है, बल्कि गोपनीयता की शपथ और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन भी शामिल है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।

अजित पवार ने क्या कहा?
शनिवार की शाम अजित पवार ने रमेश के तमाम आरोपों और दावों का जवाब दिया। रमेश के आरोपों के जवाब में अजित पवार ने कहा कि मुझ पर 2010 में आरोप लगाए गए थे। उस बात को अब 14 साल हो गए हैं। मैं सभी जांचों से गुजर चुका हूं। सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियां जिनके पास अधिकार हैं, उन्होंने मुझसे पूछताछ की।

आरोपों के पीछे क्या है रणनीति?महाराष्ट्र में महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच जबरदस्त टक्कर चल रही है। वहां जमीन पर यह भांपना मुश्किल है कि किसका पलड़ा भारी है। ऐसे में दोनों ही गठबंधन वहां चुनाव बाद की तमाम संभावनाओं को टटोल रहे हैं। जहां एक ओर बीजेपी ठाकरे वाली शिवसेना के लोगों से मिलकर एक संदेश देने की कोशिश कर रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने अजित पवार के बहाने एनडीए पर निशाना साधा है। पिछले दिनों चर्चा गर्म थी कि महाराष्ट्र में ठाकरे और अजित दादा पाला बदल सकते हैं। चुनाव से पहले महाराष्ट्र में यह धारणा की लड़ाई चल रही है।

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