महाराष्ट्र

संभाजी महाराज कौन थे? यह धरती निजामों की, महाराष्ट्र में संभाजी नगर में अकबरुद्दीन ओवैसी की रैली में मुस्लिम महिला का विवादित बयान

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संभाजी नगर में एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी की सभा में एक मुस्लिम महिला के भाषण ने विवाद खड़ा कर दिया है। बुर्का पहने महिला ने संभाजी महाराज को लेकर सवाल उठाए और औरंगाबाद के इतिहास का जिक्र किया। ओवैसी ने भाजपा पर मुसलमानों को निशाना बनाने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।

Sambhaji Nagar: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे पास आ रही है, चुनावी पारा चढ़ता जा रहा है। जिलों और विधानसभा में नेताओं की बयानबाजी भी तेज हो गई है। इसी बीच कई विवादित बयान और भाषण सामने आ रहे हैं। अब महाराष्ट्र के संभाजी नगर में एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी की सभा में विवादित भाषण दिया गया। यह भाषण एक मुस्लिम महिला ने दिया। इसका वीडियो सामने आया है, जिस पर सियासत शुरू हो गई है।

संभाजी नगर में आयोजित रैली में मंच पर बुर्का पहनकर एक महिला आई। महिला का पूरा चेहरा ढका था सिर्फ आंखें खुली थीं। उसने भाषण देना शुरू किया। महिला पूछती हुई नजर आ रही है कि ‘संभाजी महाराज कौन थे?’

मुस्लिम महिला ने क्या कहा?

महिला कह रहा है, ‘आप लोग तो उस शहर औरंगाबाद के हैं जहां हम लोगों (मुसलमानों) ने हुकूमत की थी। ये लोग (बीजेपी) बहुत सियासत खेलते हैं। संभाजी महाराज, औरंगजेब, संभाजी महाराज, औरंगजेब… अरे तारीख पढ़ लो, इस बंजर शहर खटकी को आबाद किया था मलिक अंबर ने। उस इतिहास को कैसे बदलोगे? बड़े आए औरंगाबाद को संभाजी नगर बनाने वाले। यह संभाजी कौन थे?’

अकबरुद्दीन ओवैसी क्या बोले?

छत्रपति संभाजीनगर के आम खास मैदान में एक दशक के बाद कोई चुनावी सभा हुई थी। विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने भी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में मुसलमानों को उनके खान-पान की आदतों और परंपराओं के लिए निशाना बनाया जा रहा है। ओवैसी ने यह भी कहा कि सरकार बेरोजगारी, आर्थिक गिरावट, किसानों की आत्महत्या और लगातार बलात्कार जैसी वास्तविक समस्याओं को संबोधित करने के बजाय ट्रिपल तलाक और सीएए-एनआरसी जैसे मुद्दों पर जनता का ध्यान भटका रही है।

योगी आदित्यनाथ पर अकबरुद्दीन ओवैसी का निशाना

अकबरुद्दीन ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विभाजनकारी नारे बंटोगे तो कटोगे की आलोचना करते हुए कहा कि सांप्रदायिक राजनीति का इस्तेमाल महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए किया जा रहा है। औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रखे जाने पर उन्होंने कहा, ‘नाम बदलने से किसान आत्महत्या, बेरोजगारी, जल संकट, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि के मुद्दे हल नहीं होने वाले हैं।’

एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी छत्रपति संभाजीनगर में खोई जमीन वापस पाने के लिए शहर में हैं और पार्टी की एकता को मजबूत करने के लिए बंद कमरे में बैठकें कर रहे हैं। औरंगाबाद पूर्व विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रहे पूर्व सांसद सैयद इम्तियाज जलील ने भाजपा पर एआईएमआईएम के वोट को कम करने के लिए 28 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का आरोप लगाया।

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